हावड़ा नगर निगम का डिजास्टर मैनेजमेंट ग्रुप गायब हुआ।
कल शाम तेज हवाओं के साथ कालबैसाखि ने दक्षिण बंगाल में अपना रंग दिखाया, देखते ही देखते कही बिजली का खंभा, कही साइन बोर्ड कही पेड़ तो कही रेलवे ब्रिज का हिस्सा ढहने लगा, करोड़ो के नुकशान के साथ साथ दर्जनों की जान चली गयी, ऐसा प्रायः हर साल ही होता है, मगर हावड़ा शहर के लिए ये काल बैसाखी बड़ी भयानक रही यहा बाली में तूफान से हुई घटना ने तीन लोगों की जान ले ली, हावड़ा स्टेशन के प्लेटफार्म के ऊपर फ्लाईओवर ब्रिज का रेलिंग का बड़ा हिस्सा गिर पड़ा, सैकड़ों सड़कों पर पेड़ गिरे के बिजली के खंभे सड़क के बीच आ गिरे और उसके बाद पूरा शहर मानो थम से गया हो, कोई इसे हटाने वाला नही, सब एक दूसरे का मुँह देख रहे है, लोग पुलिस, फायर ब्रिगेड और नगर निगम को सूचना दे रहे है, तभी हावड़ा नगर निगम से जवाब मिलता है कि यहाँ पर बनाया गया डिजास्टर मैनेजमेंट ग्रुप तो कई महीने पहले ही बंद कर दिया गया, पता चला कि मेयर और निगम के मेयर परिषद सदस्य श्यामल मित्रा के आपसी खिंच तान के कारण इसे बंद कर दिया गया, आपको ज्ञात होगा तृणमूल के निगम पर कब्जा जमाने के बाद सैकड़ों लोगों को अस्थायी नौकरियों पर रखा गया जिसमें मेयर कॉप्स, डिजास्टर मै