एक ही समय में मिराज 2000 लड़ाकू विमान 24 टार्गेट पर हमला कर सकता है



नई दिल्ली, 26 फरवरी 2019:


पुलवामा आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक की है। जानकारी के मुताबिक भारत वायुसेना के 12 मिराज 2000 विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश ए मोहम्मद के ठिकानों पर 1000 किलो की भारी बमबारी की है। इस हमले में भारतीय वायुसेना ने मिराज 2000 विमानों का इस्तेमाल किया है। जिसमें जैश का अल्फा-3 कंट्रोल रूम तबाह किया गया है। इस विमान की खासियत है कि यह एक ही समय में 4 मिका मिसाइल, 2 मैजिक मिसाइल, 3 ड्रॉप टैंक्स के साथ लैस हो सकता है। मिराज 2000 लेजर गाइडेड बम भी गिरा सकता है। मिराज 2000 में ऐसे रडार लगे हैं जिससे यह 24 टार्गेट को एक साथ डिटेक्ट कर उस पर हमला कर सकता है।
पहली बार 1970 में भरी थी उड़ान 
इस विमान का निर्माण डासो एविएशन ने किया है। यह वहीं कंपनी ने जिसने राफेल का निर्माण किया है, जिसका सौदा हाल में ही भारत ने फ्रांस से किया है। फ्रांस की डासो ने मिराज 2000 का निर्माण मिराज III को रिप्लेस करने के लिए किया था। इसका निर्माण एक हल्के फाइटर जेट के रूप में हुआ है।
पहली बार 1970 में उड़ान भरने वाला मिराज 2000 फ्रेंच मल्टीरोल, सिंगल इंजन चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है। ये फाइटर जेट विभिन्न देशों में सेवा दे रहा है। इस विमान को विभिन्न वेरिएंट के रूप में विकसित किया गया है। बाद में इस जेट का मिराज 2000 एन और मिराज 2000 डी स्क्राइक वेरिएंट भी जारी किया गया। विमान में समय समय पर विभिन्न बदलाव किए गए हैं।
मारक क्षमता
अब तक 600 मिराज 2000 विमानों का निर्माण हो चुका है और लगभग 9 देशों में ये सेवा दे रहे हैं। मिराज लड़ाकु विमान डीईएफए 554 ऑटोकैन से लैस है, जिसमें 30 मिमी रिवॉल्वर प्रकार के तोप हैं। तोपों में 1200 से लेकर 1800 राउंड प्रति मिनट आग की दर है। अक्टूबर 1982 में भारत ने 36 सिंगल सीटर सिलेंडर मिराज 2000 एचएस और 4 ट्वीन सीटर मिराज 2000 टीएसएस का ऑर्डर दिया था। बदा दें कि इन दोनों नाम में ‘एच’ शब्द हिंदुस्तान को संबोधित करता है।
इस एयरक्राफ्ट में 9 प्वाइंट होते हैं जहां हथियार रखे जा सकते हैं। ये एयरक्राफ्ट हाई फायरिंग गन से लेकर मिसाइल तक से लैस है। डबल सीटर और सिंगल सीटर, इसके दोनों वर्जन हैं। इसके दोनों विंग पर भी वीपन सिस्टम मौजूद होते हैं।
यह हवा से सीधे हवा में वार कर सकता है, साथ ही हवा से सीधे जमीन पर भी हमला कर सकता है। इस फाइटर जेट के एयर टू एयर मिसाइल सिस्टम का रेंज 60 किलोमीटर तक है।
ड्रोन से नजर रखी जा रही थी
पहले जानते हैं, कैसे किया मिराज 2000 ने अटैक: ग्वालियर से 12 फाइटर जेट ने उड़ान भरी. जीबीयू-12 लेजर गाइडेड अमेरिकी बम और फ्रांसिसी मैत्रा मैजिक मिसाइल से जेट को लैस किया गया। लेजर गाइडेड बम 450 से 225 किलो के थे। साथ ही भटिंडा से नेत्र एयरबॉर्न वार्निंग जेट ने उड़ान भरी। फ्लाइट में इंधन भरने वाले जहाज इल्यूशीन-78एम आगरा से रवाना हुआ। हेरोन ड्रोन ने एलओसी पर सर्विलांस का काम किया।

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