
कल्याणी, 1 सितंबर 2025: जेआईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (JISCE) ने अपनी सिल्वर जुबली मनाई, जिसमें संस्थान की स्थापना (2000) के बाद 25 वर्षों की शैक्षणिक उत्कृष्टता का जश्न मनाया गया। कॉलेज परिसर में आयोजित इस अवसर पर संस्थान की नवाचार, नेतृत्व और तकनीकी शिक्षा में योगदान की विरासत को रेखांकित किया गया।
स्वायत्त संस्थान के रूप में, जेआईएससीई ने ढाई दशक में अपने शैक्षणिक कार्यक्रमों का विस्तार करते हुए अब दस स्नातक और कई परास्नातक पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए हैं। छात्र-केंद्रित शिक्षण के लिए कॉलेज को मान्यता प्राप्त है, और इसे भारत का पहला “फुली फ्लिप्ड लर्निंग इंस्टीट्यूट” घोषित किया गया। जेआईएससीई को लगातार पांच वर्षों से (2020 से अब तक) एनआईआरएफ रैंकिंग में स्थान मिला है, एमएचआरडी इनोवेशन सेल से 5-स्टार रेटिंग और एआरआईआईए 2021 में “एक्सीलेंट” बैंड हासिल हुआ है। कॉलेज के शोध समुदाय ने 1500 से अधिक प्रकाशन और 500 से अधिक बौद्धिक संपदाएं तैयार की हैं।
इस अवसर पर शिक्षा, सरकार और उद्योग जगत से कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें प्रो. (डॉ.) तपस चक्रवर्ती (कुलपति, MAKAUT), श्री बिनोद कुमार (प्रधान सचिव, उच्च शिक्षा विभाग, पश्चिम बंगाल सरकार), और श्री तरणजीत सिंह (मैनेजिंग डायरेक्टर, जेआईएस ग्रुप) शामिल थे।
कार्यक्रम के दौरान, जेआईएससीई ने 25 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को उनके विभिन्न क्षेत्रों में योगदान के लिए सम्मानित किया। साथ ही 25 स्थानीय स्कूलों के प्रधानाचार्यों और प्रधानाचार्याओं को भी सम्मानित किया गया। संस्थान के 25 विशिष्ट पूर्व छात्रों को भी गौरवान्वित किया गया। इसके अलावा, छात्रों को राष्ट्रीय परीक्षाओं में उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन और उपलब्धियों के लिए पुरस्कार दिए गए। दिन का समापन कलाकार स्रध्दा मिश्रा की संगीतमय प्रस्तुति से हुआ।

इस अवसर पर जेआईएस ग्रुप के निदेशक सरदार सिमरप्रीत सिंह ने कहा,
“पिछले 25 वर्षों से जेआईएस इंजीनियरिंग कॉलेज तकनीकी शिक्षा में अग्रणी संस्था रही है। हमारा मिशन हमेशा एक ही रहा – शिक्षा के माध्यम से मानवता की सेवा। आज हम गर्व महसूस करते हैं कि हमने कितनी ही जिंदगियों को छुआ है और नवाचार किए हैं। यह सफलता हमारे संकाय की निष्ठा, नेतृत्व की दूरदर्शिता और छात्रों की मेहनत का परिणाम है। हम केवल एक उपलब्धि का जश्न नहीं मना रहे, बल्कि भविष्य के नेताओं और नवप्रवर्तकों को तैयार करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहरा रहे हैं, ताकि आने वाले दशकों तक समाज पर सार्थक प्रभाव डाला जा सके।”
संपर्क हेतु:
पिनेकल कैंडिड कम्युनिकेशन
अब्रीती सेन: 7980726408
