
हावड़ा नगर निगम के मुख्य कार्यालय स्थित चेयरमैन के कक्ष के बाहर सुबह एक भारी पेड गिरने से दो लोगों की मौत हो गयी।
बिना तेज बारिश, तूफान के अचानक इस पेड़ का गिरना नगर निगम के रखरखाव पर सवाल खड़ा करता है, जिसकी जिम्मेवारी पूरे शहर के रखरखाव की है वो अपना खुद का कार्यालय नही संभाल सकते, हावडा शहर बदहाली के दौर से गुजर रहा है, सड़को और सफाई की हालत खराब है, पूरा शहर जलजमाव से त्रस्त है। कुछ साल पहले नगर निगम की लापरवाही के कारण निगम के मुख्य द्वार पर हुए जलजमाव में बिजली के करंट से एक महिला की मौत हुई थी। बदहाल सड़कों में हुए जलजमाव के कारण आय दिन दुर्घटनाएं हो रही है। पूरे शहर को एम्बुलेंस सेवा देने का दावा करने वाले निगम में आज घटना के समय एम्बुलेन्स तक नही उपलब्ध था। पिछले कुछ वर्षों से निगम का आपातकालीन दस्ता यानी डिजास्टर मैनेजमेंट ग्रुप भी नदारद है
भाजपा के प्रदेश सचिव उमेश राय ने इस मर्मांतिक घटना पर दुःख जताते हुए मृतकों के परिवार को 20 लाख रुपये के मुआवज़े की मांग की है।
