ग्लोबल गोल्ड जीतना ‘फोकस और स्टैमिना की परीक्षा’ : एसएआई कोलकाता के तीरंदाज़ साहिल जाधव और श्रेय भारद्वाज

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कोलकाता, 01 अगस्त 2025: खेल प्राधिकरण भारत (SAI) के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (NCOE) कोलकाता ने शुक्रवार को दो होनहार तीरंदाज़ों का सम्मान किया जिन्होंने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते। एनसीओई के प्रशिक्षु साहिल राजेश जाधव ने जर्मनी में हुई विश्व विश्वविद्यालय खेलों (FISU) में स्वर्ण और रजत पदक जीते, जबकि श्रेय भारद्वाज ने अमेरिका में हुए वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में तीन स्वर्ण पदक अपने नाम किए। SAI NCOE कोलकाता देश के शीर्ष तीरंदाज़ों को तैयार करने वाला प्रमुख केंद्र बन गया है, जहां से खिलाड़ी लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। SAI अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में केंद्र में 47 तीरंदाज़ प्रशिक्षण ले रहे हैं — जिनमें 30 रिकर्व, 15 कंपाउंड, और 2 पैरा आर्चरी में हैं। पिछले दो वर्षों में केंद्र के खिलाड़ियों ने 23 राष्ट्रीय स्वर्ण पदक और 5 अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीते हैं।

24 वर्षीय साहिल जाधव ने 16 से 27 जुलाई तक जर्मनी के राइन-रुहर में आयोजित विश्व विश्वविद्यालय खेलों में कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के अजय स्कॉट को रोमांचक मुकाबले में 149-148 से हराया। इसके अलावा उन्होंने पुरुष टीम कंपाउंड वर्ग में रजत पदक भी जीता।

साहिल ने कहा, “फाइनल बेहद तनावपूर्ण था, हर तीर मायने रखता था। मैंने अपने कोच हरेश कुमार की दी गई रणनीति पर भरोसा रखा और ध्यान बनाए रखा। जब मंच पर तिरंगा ऊपर गया, वो पल जिंदगीभर याद रहेगा।”

23 वर्षीय श्रेय भारद्वाज, जो झारखंड के जमशेदपुर से हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने 27 जून से 4 जुलाई तक अमेरिका के बर्मिंघम, अलबामा में हुए वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में रिकर्व वर्ग की आउटडोर, 3डी और फील्ड तीरंदाज़ी प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक हासिल किया।

श्रेय ने कहा, “तीन अलग-अलग फॉर्मेट में प्रतिस्पर्धा करना फोकस और स्टैमिना की असली परीक्षा है। सभी में जीत हासिल करना गर्व की बात है। SAI कोलकाता में हमें जो कठोर और निरंतर प्रशिक्षण मिलता है, उसी का परिणाम है ये सफलता।”

SAI कोलकाता का तीरंदाज़ी में समृद्ध इतिहास रहा है — लिंबा राम से लेकर दीपिका कुमारी, अतану दास और बॉम्बायला देवी तक, सभी ने यहीं से अपने करियर की शुरुआत की थी।

SAI कोलकाता की प्रभारी क्षेत्रीय निदेशक श्रीमती अमर ज्योति ने कहा, “साहिल और श्रेय की उपलब्धियां न केवल व्यक्तिगत सफलता हैं, बल्कि कोलकाता केंद्र की वर्षों से चली आ रही आर्चरी परंपरा की निरंतरता भी हैं। इनकी जीत हमारे युवाओं को प्रेरित करेगी।”

इस मौके पर तीन बार की ओलंपियन बॉम्बायला देवी और 2008 ओलंपियन मंगल सिंह चंपिया भी उपस्थित थे। उन्होंने भारतीय तीरंदाज़ों की मानसिक मजबूती की सराहना की और कहा कि अब भारतीय तीरंदाज़ दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की कतार में हैं।

बॉम्बायला देवी ने कहा, “युवाओं को इस तरह जीतते देखना प्रेरणादायक है।”
मंगल सिंह चंपिया ने कहा, “उन्होंने वह अनुशासन और कौशल दिखाया है जो एक चैंपियन की पहचान है। हम उन पर गर्व करते हैं।”

SAI NCOE कोलकाता के बारे में:
SAI नेताजी सुभाष पूर्वी केंद्र, कोलकाता भारत का सबसे बड़ा क्षेत्रीय केंद्र है, जो बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, झारखंड और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह की सेवा करता है। यहां दो राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (NCOE) स्थित हैं। कोलकाता NCOE में तीरंदाजी, एथलेटिक्स, हॉकी, जिम्नास्टिक और टेबल टेनिस के लिए उन्नत प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध हैं।


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