भगवान कृष्ण की 5252वीं शुभ अवतरण तिथि (जन्माष्टमी) संस्था के मुख्य केंद्र श्रीधाम मायापुर सहित विभिन्न शाखाओं में पूरे धार्मिक सम्मान और अनुष्ठानों के साथ धूमधाम से मनाई जाएगी। इस वर्ष भगवान कृष्ण का शुभ अवतरण शनिवार, 16 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। रविवार, 17 अगस्त 2025 को नंदोत्सव और इस्कॉन के संस्थापक आचार्य ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद की 129वीं जयंती मनाई जाएगी। इस उत्सव में देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

भगवान कृष्ण मानव जाति की रक्षा और धर्म की स्थापना के लिए, संकट काल में, मथुरा में कंस के कारागार में शंख-चक्र-मद-कमलधारी रूप में, रक्षा मुद्रा में प्रकट हुए थे। उन्होंने दैत्यों और दानवों का दमन बलपूर्वक किया तथा पाशविक बल की स्थापना की। उन्होंने प्रेम, मैत्री, मैत्री और शांति की स्थापना की। उनका जीवन, वचन, आदर्श और शिक्षाएँ आज भी उतनी ही स्वीकार्य हैं। आज भी सम्पूर्ण विश्व में बलवान, निर्बलों पर अत्याचार कर रहे हैं। संकीर्ण राजनीति के कारण मानवता को अपमानित किया जा रहा है। मानवता भ्रमित और दिग्भ्रमित है। दुष्ट ग्रह सम्पूर्ण विश्व में आतंक मचा रहे हैं। इस विकट समय में, मानव जाति की रक्षा के लिए, वे बलपूर्वक कलंक का निवारण करें और धर्म की स्थापना करें। जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर युगावतार के चरणों में हमारी यही करबद्ध प्रार्थना है।